Skip to content

‘जंगल में 4 हजार से अधिक बाघ हैं, लेकिन राहुल द्रविड़ एक ही हैं’, जानें टेलर ने क्यों ऐसा कहा?

'जंगल में 4 हजार से अधिक बाघ हैं, लेकिन राहुल द्रविड़ एक ही हैं', जानें टेलर ने क्यों ऐसा कहा?


नई दिल्ली. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) एक ऐसा टूर्नामेंट है, जहां विदेशी खिलाड़ियों को भारतीयों के साथ घुलने-मिलने का मौका मिलता है. आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अगर क्रिकेट खिलाड़ियों के बीच का रिश्ता पहले से कहीं अधिक मजबूत हुआ है तो इसकी एक वजह आईपीएल भी है. 2011 में न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज रॉस टेलर भी आईपीएल का हिस्सा बने थे. तब उन्होंने राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए राहुल द्रविड़ जैसे भारतीय दिग्गज के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर किया था. अब उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘रॉस टेलर: ब्लैक एंड व्हाइट’ में द्रविड़ और भारत में उन्हें चाहने वालों को लेकर एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया है.

रॉस टेलर ने अपनी आत्मकथा ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ में एक वाकये का जिक्र किया है, जब वे द्रविड़ के साथ बाघों को देखने के लिए रणथंभौर नेशनल पार्क गए थे. इस दौरान, वहां बड़ी संख्या में आम पर्यटक भी मौजूद थे, जिनकी दिलचस्पी बाघों से ज्यादा द्रविड़ को देखने में थी.

बाघ से ज्यादा लोगों की दिलचस्पी द्रविड़ में थी: टेलर
टेलर ने अपनी किताब में लिखा है, ‘मैंने द्रविड़ से पूछा आपने कितनी बार बाघ देखा है? इस पर उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी बाघ नहीं देखा. मैं 21 बार टाइगर सफारी पर आ चुका हूं. लेकिन एक बार भी बाघ नहीं देख पाया. मैंने सोचा, ‘क्या? 21 सफारी के बावजूद एक भी बाघ नहीं.’ गंभीरता से कह रहा हूं अगर मुझे पता होता, तो मैं नहीं जाता. मैं कहता, ‘नहीं, धन्यवाद, मैं डिस्कवरी चैनल देखूंगा. तभी हमारे ड्राइवर को एक सहयोगी से रेडियो कॉल आया कि उन्हें एक प्रसिद्ध, टैग किया हुआ बाघ टी-17 की लोकेशन मिली है. द्रविड़ इसे सुनकर रोमांचित थे, 21 सफारी बिना टाइगर को देखने के बाद 22वीं बार में बाघ देखने का मौका मिलने वाला था.’

टेलर ने आगे लिखा, ‘हम जंगल में दूसरी गाड़ियों के पास खड़े हो गए थे. लैंड रोवर से थोड़ी बड़ी एक एसयूवी का ऊपरी हिस्सा खोल दिया था. बाघ एक चट्टान पर बैठा हुआ था था, हमसे करीब 100 मीटर दूर. हम जंगल में एक बाघ को देखने को लेकर उत्साहित थे, लेकिन दूसरी गाड़ियों में लोगों ने तुरंत राहुल द्रविड़ की ओर अपना कैमरा घूमा दिया. वे उसे (राहुल द्रविड़) देखने के लिए उतने ही उत्साहित थे, जितना कि हम बाघ को देखने के लिए थे. शायद दुनिया भर में लगभग 4 हजार बाघ हैं, लेकिन केवल एक राहुल द्रविड़ है.’

Asia cup 2022: क्रिकेट फैंस का इंतजार हुआ खत्म, जानें कब से बिकेंगे IND vs PAK मैच के टिकट?

बता दें कि टेलर 2008 से 2010 तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और 2011 में राजस्थान रॉयल्स के साथ थे. टेलर की यह आत्मकथा पिछले दिनों उस समय सुर्खियों में आई थी, जब उन्होंने आरोप लगाया था कि न्यूजीलैंड टीम की तरफ से खेलते हुए उन्हें भी नस्लवाद का सामना करना पड़ा था.

Tags: Indian premier league, New Zealand, Rahul Dravid, Ross taylor

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *