हाइलाइट्स
विराट कोहली ने आज ही के दिन 2008 में इंटरनेशनल डेब्यू किया
वनडे में उन्हें बतौर ओपनर टीम इंडिया से खेलने का मौका मिला
वनडे की चौथी पारी में श्रीलंका के खिलाफ लगाया पहला अर्धशतक
नई दिल्ली. विराट कोहली (Virat Kohli) के लिए आज का दिन खास है. दिल्ली के इस खिलाड़ी ने आज ही के दिन 18 अगस्त 2008 को इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था. इसके बाद तो उन्होंने इतिहास ही बना दिया. हालांकि आज वे शायद सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं. उनके बल्ले से 3 साल से शतक नहीं निकले हैं. इसके अलावा आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीतने के कारण उनकी कप्तानी की आलाेचना भी हुई और वे अब टीम के कप्तान भी नहीं रहे. एशिया कप 27 अगस्त से यूएई में होना है. शायद यह उनके करियर का सबसे अहम टूर्नामेंट साबित हो सकता है. अगर वे यहां अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे, तो उनके करियर को एक बार फिर से नई उड़ान मिल सकती है. कई विशेषज्ञ टी20 में उनकी जगह युवा खिलाड़ी को मौका दिए जाने की बात करते रहे हैं.
विराट कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने के पहले वर्ल्ड कप जीत चुके थे. उनकी कप्तानी में भारतीय अंडर-19 टीम ने मार्च 2008 में वर्ल्ड कप जीता था. टीम ने फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराया था. इसके बाद कोहली को वनडे टीम में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के चोटिल होने के बाद बतौर ओपनर खेलने का मौका मिला. आज वे इन्हीं दोनों दिग्गज के रिकॉर्ड को तोड़ने में लगे हैं. उन्होंने पहली 5 पारी बतौर ओपनर खेलने का मौका मिला. हालांकि वे नंबर-3 पर सबसे अधिक सफल रहे.
चौथी पारी में आया पहला अर्धशतक
अगस्त 2008 में श्रीलंका के खिलाफ उसी के घर में कोहली को डेब्यू का मौका मिला. बतौर ओपनर पहले 3 मैच में वे फेल रहे. इस दौरान उन्होंने 12, 37 और 25 रन बनाए. मुथैया मुरलीधरन और अजंथा मेंडिस की टीम के खिलाफ चौथे वनडे में उन्होंने करियर का पहला अर्धशतक लगाते हुए 54 रन बनाए. टीम ने सीरीज पर 3-2 से कब्जा किया. इसके बाद कोहली मध्यक्रम में टीम इंडिया की रीढ़ बनकर उभरे.
दिल्ली के साथी के साथ जड़ा पहला शतक
विराट कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट का पहला शतक 24 दिसंबर 2009 को श्रीलंका के खिलाफ लगाया. उन्होंने दिल्ली के ही गौतम गंभीर के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 224 रन की साझेदारी भी की थी. गंभीर 137 गेंद पर 150 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं कोहली ने 114 गेंद पर 107 रन बनाए. इस तरह टीम ने श्रीलंका के खिलाफ 316 रन का विशाल लक्ष्य भी हासिल किया.
2014 में मिली टीम की कमान
विराट कोहली को 2014 में एमएस धोनी के चोटिल होने के कारण पहली बार टेस्ट टीम की कप्तानी करने का मौका मिला. बतौर कप्तान पहले ही टेस्ट में उन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाया था. इसी सीरीज में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी और कोहली को पूर्णकालिक कप्तान बनाया गया. बाद में वे वनडे और टी20 टीम के कप्तान भी बनाए. वे टेस्ट में आज भी भारत के सबसे सफल कप्तान हैं.
23 हजार से अधिक रन बना चुके
कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में 70 शतक लगा चुके हैं. वे सिर्फ सचिन तेंदुलकर (100) और रिकी पोंटिंग (71) से ही पीछे हैं. कोहली ने 102 टेस्ट में 50 की औसत से 8074 रन बनाए हैं. 27 शतक जड़ा है. वहीं 262 वनडे में 43 शतक के सहारे 12344 रन बना चुके हैं. वहीं टी20 इंटरनेशनल में 99 मैच में 3308 रन ठोक चुके हैं. ओवरऑल टी20 में वे 10626 रन बना चुके हैं. यानी वे इंटरनेशनल क्रिकेट में 23 हजार से अधिक रन बना चुके हैं.
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अब कोहली खराब प्रदर्शन से उबरकर इस साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को खिताब दिलाना चाहेंगे. बतौर कप्तान उन्होंने टेस्ट में टीम इंडिया को 40 टेस्ट में जीत दिलाई है. इसमें ऑस्ट्रेलिया में यादगार सीरीज जीत भी शामिल है. वे ओवरऑल इंटरनेशनल क्रिकेट में बतौर कप्तान 135 मैच जीते और दूसरे सबसे सफल भारतीय हैं. धोनी ने बतौर कप्तान सबसे अधिक 178 मैच जीते हैं.
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Tags: BCCI, Sachin tendulkar, Team india, Virat Kohli, Virender sehwag
FIRST PUBLISHED : August 18, 2022, 06:18 IST